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September, 2025 का कन्या राशिफल

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सामान्य

सितंबर मासिक राशिफल 2025 के अनुसार, कन्या राशि में जन्मे जातकों के लिए यह महीना उतार-चढ़ाव से भरा रहने की संभावना है। महीने का पूर्वार्ध अपेक्षाकृत कमजोर रहने की स्थिति बनेगी। स्वास्थ्य समस्याओं के प्रति आपको सावधानी बरतनी होगी, विशेष रूप से महीने की शुरुआत में स्वास्थ्य समस्याएं आपको परेशान कर सकती हैं। आर्थिक मामलों में भी खर्च बढ़ेंगे, लेकिन उत्तरार्ध अपेक्षाकृत अनुकूल रहेगा। आमदनी सामान्य रहेगी।

कार्यक्षेत्र की बात करें तो, नौकरी में आपको आपके अनुभव का लाभ मिलेगा। लेकिन, अति अभिमानी होने से बचें और अति आत्मविश्वास भी न पालें, अपने काम पर पूरा ध्यान दें। नौकरी करने वाले जातकों को अपने वरिष्ठ अधिकारियों का सहयोग मिल सकता है। व्यापार करने वाले जातकों के लिए कठिन समय रहेगा। मंगल और शनि का प्रभाव व्यापार में उतार-चढ़ाव व लड़ाई झगड़े की स्थिति भी दे सकता है। व्यावसायिक साझेदारी में भी सावधानी रखें। जहां तक प्रेम संबंध की बात है, महीने का पूर्वार्ध अनुकुल रहेगा। रिश्ते में रूमानियत भरे पल भी आएंगे, लेकिन उत्तरार्ध में समस्याएं आ सकती हैं जबकि वैवाहिक जीवन के लिए यह महीना उतार-चढ़ाव से भरा रहेगा। महीने का पूर्वार्ध ज्यादा कमजोर है, उसके बाद की स्थितियां धीरे-धीरे ठीक होने लगेंगी।


कार्यक्षेत्र

करियर के दृष्टिकोण से, यह महीना उतार-चढ़ाव से भरा रहने की संभावना है। नौकरी में भागदौड़ करनी पड़ेगी। आप काफी व्यस्त रहेंगे। एक स्थान से दूसरे स्थान पर या एक शहर से दूसरे शहर की यात्रा करने की स्थिति बनेगी। उसके बाद, 15 तारीख से बुध आपके प्रथम भाव में आ जाएंगे, तब नौकरी में थोड़ी स्थिति अच्छी होगी। बृहस्पति महाराज की कृपा से आप अपने काम को बखूबी जानते होंगे, उसे अंजाम तक पहुंचाने में भी आपको आसानी होगी, लेकिन अति आत्मविश्वास न रखें। वरिष्ठ अधिकारियों का सहयोग प्राप्त होगा जिससे आपको कार्यक्षेत्र में अच्छी सफलता मिलेगी।

मंगल और शनि का सप्तम भाव पर प्रभाव होने के कारण आपको व्यावसायिक साझेदारी में सावधानी रखनी चाहिए क्योंकि आपका कार्यस्थल पर किसी से झगड़ा होने या आपके व्यावसायिक साझेदार से संबंध बिगड़ने की स्थिति बन सकती है। कुछ अच्छी स्थितियां बनेंगी और सरकारी क्षेत्र से भी व्यापार करने का मौका मिलेगा।


आर्थिक

यदि आपकी आर्थिक स्थिति को देखा जाए, तो यह महीना आर्थिक तौर पर उतार-चढ़ाव से भरा रहेगा। महीने की शुरुआत में ही सूर्य, बुध और केतु आपके द्वादश भाव में विराजमान रहकर आपके खर्चों को बढ़ाते जाएंगे जो आपकी आर्थिक समस्याओं का कारण बन सकते हैं। बृहस्पति महाराज की दृष्टि दूसरे भाव पर होने से आपको धन संचित करने में लाभ मिल सकता है। जो लोग ब्याज का काम करते हैं, उन्हें भी इस दौरान अच्छा धन लाभ मिल सकता है और आपको शेयर बाजार में भी निवेश करने से लाभ मिल सकता है।

खर्चों में काफी हद तक कमी आएगी और आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। लेकिन, 15 तारीख से शुक्र के द्वादश भाव में जाने से आपके खर्च फिर से बढ़ेंगे जो अपनी सुख-सुविधाओं पर और घर की जरूरतों पर होंगे। इससे एक बार फिर खर्च बढ़ने के कारण आर्थिक रूप से आपको समझदारी दिखाने की आवश्यकता पड़ेगी।


स्वास्थ्य

यह महीना स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से उतार-चढ़ाव से भरा रहने की स्थिति बन रही है। इस दौरान मानसिक स्वास्थ्य भी कमजोर रहेगा और शारीरिक समस्याएं भी आपको परेशान कर सकती हैं। आपको अपनी स्वास्थ्य समस्याओं के प्रति जागरूक रहना होगा। केतु के साथ होने से त्वचा संबंधित समस्याएं या किसी प्रकार की एलर्जी होने की स्थिति बन सकती है। मंगल और शनि का आमने-सामने का प्रभाव भी स्वास्थ्य समस्याएं प्रदान कर सकता है।13 तारीख से मंगल दूसरे भाव में जाएंगे, तो इनमें कुछ कमी आएगी।

15 तारीख से बुध महाराज अपनी राशि कन्या में यानी कि आपके प्रथम भाव में प्रवेश करेंगे जो आपकी स्वास्थ्य समस्याओं में कमी लेकर आएंगे और आपके स्वास्थ्य को उत्तम बनाएंगे। 17 तारीख से सूर्य भी यहां आकर बुधादित्य योग बनाएंगे जो आपको अच्छी सोच देंगे। आप अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखेंगे। शुक्र के 15 तारीख को द्वादश भाव में जाने से लापरवाह रवैया रखने और अनियमित खान-पान स्वास्थ्य समस्याएं दे सकता है इसलिए आपको उसके प्रति सावधानी रखनी चाहिए। इस महीने आंखों से जुड़ी समस्याएं, त्वचा से संबंधित समस्या, एलर्जी और संक्रमण होने की स्थिति बन सकती है।


प्रेम व वैवाहिक

यदि आप किसी प्रेम संबंध में हैं, तो यह महीना शुरुआत में बहुत अच्छा रहेगा। एकादश भाव में बैठे शुक्र महाराज, जो प्रेम के कारक ग्रह हैं, उनकी दृष्टि आपके पंचम भाव पर बनी रहेगी जिससे आपके रिश्ते में प्रगति आएगी। आपके प्रेम जीवन में रुमानियत भरे पल आएंगे जो आपके रिश्ते को बहुत खूबसूरत बनाएंगे। आप और आपके प्रियतम एक-दूसरे का हाथ पकड़कर घूमते हुए नजर आएंगे। पंचम भाव के स्वामी पूरे महीने सप्तम भाव में विराजमान रहेंगे। शनि देव की यह स्थिति आपके प्रेम को मजबूत बनाएगी। प्रेम संबंधों में विवाह की स्थिति बन सकती है यानी कि आपका प्रेम विवाह होने के योग भी बनेंगे।

यदि विवाहित जातकों की बात करें तो, पूरे महीने शनि महाराज सप्तम भाव में विराजमान रहेंगे। सप्तम भाव के स्वामी बृहस्पति महाराज दशम भाव में होंगे और मंगल महाराज महीने की शुरुआत में प्रथम भाव में विराजमान रहेंगे जिससे वैवाहिक संबंधों में उतार-चढ़ाव की स्थिति बनेगी। आपस में लड़ाई-झगड़ा भी हो सकता है जो आपके संबंधों को बिगाड़ सकता है। यदि आपके जीवनसाथी कामकाजी हैं, तो उनकी व्यस्तता आपकी इस स्थिति को संभाल सकती है। उसके बाद, 13 तारीख से मंगल दूसरे भाव में चले जाएंगे और 15 तारीख से बुध तथा 17 तारीख से सूर्य आपके प्रथम भाव में आएंगे और वहां से सप्तम को देखेंगे। 15 तारीख से ही शुक्र महाराज द्वादश भाव में चले जाएंगे जिससे आपके रिश्ते में प्रेम बढ़ेगा, अंतरंग संबंधों की बढ़ोतरी होगी और हल्की-फुल्की समस्याएं धीरे-धीरे दूर हो जाएंगी।


पारिवारिक

सितंबर मासिक राशिफल 2025 के अनुसार, यह महीना पारिवारिक जीवन के लिए ठीक-ठाक रहने की संभावना ही है। महीने की शुरुआत तो बहुत अच्छी रहेगी क्योंकि बृहस्पति महाराज दशम भाव में बैठकर आपके दूसरे भाव और चतुर्थ भाव को देखेंगे जो पारिवारिक जीवन में खुशियां लेकर आएंगे। आपसी संबंध मजबूत होंगे और आपको अपने रिश्तों में प्रेम और अपनेपन की भावना महसूस होगी। आपसी समस्याएं धीरे-धीरे सुलझ जाएंगी और मतभेद भी दूर होंगे जिससे परिवार का माहौल अनुकूल होता चला जाएगा। हालांकि, 13 तारीख से मंगल महाराज आपके दूसरे भाव में प्रवेश करेंगे जिससे आर्थिक मुद्दों में तो सफलता मिलेगी और परिवार की आय में बढ़ोतरी भी होगी, लेकिन परिवार में उग्रता भी देखने को मिल सकती है। बीच-बीच में कुछ बातें मतभेद का कारण बन सकती हैं।

आपके भाई-बहन आपकी आर्थिक सहायता भी करेंगे और आपके साथ जुड़े रहेंगे। आपके साथ उनके संबंध अनुकूल होंगे। दूसरे भाव के स्वामी शुक्र महाराज महीने की शुरुआत में एकादश भाव में और 15 तारीख से द्वादश भाव में प्रवेश कर जाएंगे जिससे पारिवारिक संबंधों में प्रेम रहेगा। लेकिन, कुछ पारिवारिक खर्च आवश्यक रूप से आपको करने पड़ेंगे। 15 तारीख से बुध और 17 तारीख से सूर्य के प्रथम भाव में आ जाने से आपकी चिड़चिड़ाहट भी कम होगी जो प्रेमपूर्वक अपने रिश्तों को संभालने में आपकी मदद करेगी।


उपाय

आपको बुधवार के दिन गौ माता को हरा पालक अथवा हरा चारा खिलाना चाहिए।


आपको प्रतिदिन श्री गणेश जी की पूजा करनी चाहिए और उन्हें दुर्वांकुर अर्पित करना चाहिए।


विशेष समस्या होने पर श्री विष्णु सहस्रनाम स्तोत्र का पाठ करना लाभदायक रहेगा।


शुक्रवार के दिन श्री महालक्ष्मी माता के प्रिय श्री सूक्त का पाठ करें।


 
 
 

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